editorial
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संपादकीय
हरित-क्रांति से सूखी-क्रांति की कहानी
यह कहानी भारत में रहने वाले एक किसान परिवार की कहानी है जो पूरी तरह से आत्मनिर्भर खेती से अपने…
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संपादकीय
क्यों करनी चाहिए ज़हरमुक्त खेती?
पवन नागर वर्तमान में हाल यह है कि आए दिन अचानक किसी न किसी के मरने की सूचनाओं में बढ़ोतरी…
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संपादकीय
जब होगा ज़हरमुक्त अनाज हमारा,
तब होगा ज़हरमुक्त समाज हमारा।हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मार्च में मौसम ने अपना तांडव दिखाया और किसानों की फसल को तेज़…
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संपादकीय
एक तो मूलभूत सुविधाओं का अभाव
दूजा मिलता नहीं फसलों का सही भाववैसे तो जनता की याद्दाश्त कमज़ोर ही है, फिर भी याद दिला देता हूँ कि कोरोना काल के दौरान जो…
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संपादकीय
बाढ़ और सूखे से आज़ादी कब?
पवन नागर ताज़ा खबर यह है कि यूरोप 500 सालों के सबसे भयंकर सूखे की चपेट में है और अमेरिका…
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संपादकीय
‘आसानी’ से हो रही बड़ी ‘परेशानी’
अभी भी कोरोना अमेरिका, चीन और अन्य यूरोपीय देशों में तबाही मचा रहा है, जबकि ये सभी देश स्वास्थ्य सेवा…
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संपादकीय
लालच छोड़ों, प्रकृति से नाता जोड़ो
प्रकृति की अपनी एक व्यवस्था है जिसमें भरपूर उत्पादन होता है, वह भी बिना रासायनिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल…
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आलेख
आइये, गणतंत्र ज़मीनी हो जाए हम
संवैधानिक भारत का लोकतांत्रिक सपनाआइये, गणतंत्र ज़मीनी हो जाए हम आज़ादी से पहले भारत में राजतांत्रिक व्यवस्था थी। राजा थे…
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संपादकीय
कौन हैं हम?
अभी बीती 26 जनवरी को हम सबने कोरोनाकाल में 72वां गणतंत्र दिवस मनाया और 2020 का अंत भी हो गया।…
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कहानी
कोहरे का कफन
कोहरे का कफन गनेशी लाल ने जर्जर किबाड़ों में जहाँ-तहाँ बने सुराखों में से किसी एक में आँख टिका दी…
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