Krishi Parivartan Editorial
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संपादकीय
पौष्टिक अनाज, ज़रूरी है आज
यदि धार्मिक मान्यताओं की मानें तो अभी कलयुग चल रहा है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखने पर तो लग रहा…
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संपादकीय
एक तो मूलभूत सुविधाओं का अभाव
दूजा मिलता नहीं फसलों का सही भाववैसे तो जनता की याद्दाश्त कमज़ोर ही है, फिर भी याद दिला देता हूँ कि कोरोना काल के दौरान जो…
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वीडियो
प्रकृति ही भगवान है भगवान ही प्रकृति है. nature is god, god is nature
यह तो सभी जानते हैं कि हमारा शरीर पाँच तत्वों से बना है और उन्हीं पाँच तत्वों (#fiveelements) में विलीन…
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संपादकीय
‘आसानी’ से हो रही बड़ी ‘परेशानी’
अभी भी कोरोना अमेरिका, चीन और अन्य यूरोपीय देशों में तबाही मचा रहा है, जबकि ये सभी देश स्वास्थ्य सेवा…
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संपादकीय
लालच छोड़ों, प्रकृति से नाता जोड़ो
प्रकृति की अपनी एक व्यवस्था है जिसमें भरपूर उत्पादन होता है, वह भी बिना रासायनिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल…
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संपादकीय
खेती और खुशहाली का नया मंत्र. खेत एक, फसलें अनेक
दोस्तो! 2022 हमारी चौखट पर आ ही खड़ा है और ओमीक्रोन आने को तैयार है (बहुत से देशों में तो…
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संपादकीय
सरकार ही सिस्टम है, सिस्टम ही सरकार है
-पवन नागर अभी की ताज़ा खबर यह है कि हमारा सिस्टम खराब है और देश में जो भी नकारात्मक…
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खेती-बाड़ी
आज की आवश्यकता उत्पादन बढ़ाना नहीं बल्कि जल, जंगल एवं जमीन सुधारना होना चाहिए
एक बात पर थोड़ा विचार करना की आज देश के नीति निर्माता, अधिकारी, वैज्ञानिक एवं स्वयं किसान भाई फसलों के…
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संपादकीय
प्राकृतिक आपदाएँ या मानव-निर्मित त्रासदियाँ!
फिलहाल ताज़ा खबर यह है कि इंटरनेट के इस ज़माने में अब ताज़ा खबर का ज़माना जा चुका है। अब…
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